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ज्वालामुखी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य | Interesting Facts about Volcano | Chotu Nai

بواسطة Chotu Nai
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تم نشره في 2020/12/09

Pls subscribe for more such vids ज्वालामुखी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य दोस्तों ज्वालामुखी का नाम आपने तो सुना होगा हो सकता है की आपने शायद उसे देखा होगा। ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर उपस्थित ऐसी दरार या मुख होता है जिससे पृथ्वी के भीतर का गर्म लावा, गैस, राख आदि बाहर आते हैं। वस्तुतः यह पृथ्वी की ऊपरी परत में एक विभंग होता है जिसके द्वारा अन्दर के पदार्थ बाहर निकलते हैं। ज्वालामुखी पृथ्वी के लिए विशाल झरोखों की तरह हैं। ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह में खुल रहे हैं। जब वे सक्रिय होते हैं तो वे कभी-कभी हिंसक और शानदार विस्फोटों में राख, गैस और गर्म मैग्मा को बहार छोड़ते हैं। आज के इस वीडियो में हम आपको ज्वालामुखी से जुड़े कुछ फैक्ट्स के बारे में बताएंगे। भारत में केवल एक ही सक्रिय Volcano क्षेत्र ‘’Baron Island’’ पर है। यह ज्वालामुखी बैरन द्वीप पर लगभग 3 किलोमीटर में फैला है। यहां का ज्वालामुखी 28 मई 2005 में फटा था। तब से अब तक इससे लावा निकल रहा है। ‘’Baron Island’’ लगभग 3 किमी के दायरे में फैला है। यह अण्डमान निकोबार द्वीप समूह की राजधानी Port Blair से लगभग 500 किलोमीटर उत्तर पूर्व में ‘बंगाल की खाड़ी’ में स्थित है। क्या आप जानते है की पृथ्वी की सतह का लगभग 80 % से ज्यादा हिस्सा ज्वालामुखियों के फूटने से बना है। इन ज्वालामुखियों से निकला लावा करोड़ों साल पहले जम गया था। इसी कारण से जमीन की सतह का निर्माण हुआ है। समुद्र तल और कुछ पहाड़ का निर्माण भी ज्वालामुखी के लावा के कारण ही हुआ हैं। ज्वालामुखी के फूटने के बाद निकली गैसों से वायुमंडल की रचना हुई। पूरी दुनिया में 500 से भी अधिक सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इनमें से आधे से ज्यादा रिंग ऑफ फायर का हिस्सा हैं। रिंग ऑफ फायर प्रशांत महासागर के चारों ओर ज्वालामुखियों के हार जैसा है। इसलिए इसे रिंग ऑफ फायर कहते हैं। दोस्तों ज्वालामुखी का एक हैरतअंगेज फैक्ट ये भी है की दुनिया के कई देशों में ज्वालामुखियों की पूजा कि जाती है। दोस्तों 1982 में ज्वालामुखी की तीव्रता मापने के लिए शून्य से आठ के स्केल वाला वीईआई इंडेक्स बनाया गया। ‘’0’’ से 2 स्कोर वाले ज्वालामुखी हर रोज फटने वाले होते हैं। इनके फटने से किसी कुछ नुकसान नहीं होता है। ‘’3’’ स्कोर वाले ज्वालामुखी का फटना नुकसानदेह होता है और यह ज्वालामुखी हर साल फटते हैं। ‘’4’’ और ‘’5’’ स्कोर वाले ज्वालामुखी दशक या एक सदी में एक बार फटते हैं। ‘’4’’ और ‘’5’’ स्कोर वाले ज्वालामुखी का लावा 25 किलोमीटर ऊंचे तक उड़ सकते हैं। ‘’6’’ से ‘’7’’ स्कोर वाले ज्वालामुखी के फटने से भयंकर सुनामीयों का निर्माण होता है। या बहुत ही तीव्रता वाले भूकंप आते है। इस पूरी पृथ्‍वी पर ‘’8’’ स्कोर वाले ज्वालामुखी बहुत ही कम हैं। ऐसा माना जाता है कि पिछला विस्फोट ईसा से 24,000 वर्षों पहले हुआ। इंडोनेशिया देश में 2010 के मेरापी ज्वालामुखी के फटने से हजारों लोगों की मौतें हो गईं। इस आइसलैंड में ज्वालामुखी के फटने से पूरे यूरोप देश में ज्वालामुखीय राख के बादल छा गए थे और हवाई उड़नो को प्रतिबंधित करना पड़ा था। क्राकातोआ 1883 में फटा था जिससे सुनामी आ गई थी। इस सुनामी में 36,000 लोगों की मोत हो गई थी। ईस्वी सन् 79 में वेसुवियस ज्‍वालामुखी के फटने से 16,000 लोगों की मोत हो गई थी। 1902 में मार्टिनीक में ज्वालामुखी फटने से 30,000 लोग मारे गए थे। Image Credits list: https://www.chotunai.in/?p=1114 Music Credits: music by Youtube Music Library

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